इस ब्लोग मे मेरे मन के भाव है ये मन हवा की तरह बहता रहता है नदिया की तरह हिलोरे लेता है लेकिन कभी हवा तूफान बनती है कभी मंद बयार, इसी तरह नदिया भी कभी निर्मल जलदायी है तो कभी भयंकर बाढ.. इसमे है हास्य,व्यंग्य,प्रेम,और गलत के प्रति क्रोध..